चेरेवैती...चेरेवैती यानी चलते रहें, चलते रहें. मन को सुकून देती है

यायावरी की यादें ... कैमरे ने जो देखा लिख दिया...स्म्रति के द्र्श्यलेखों को पढ़ें

आप भी..

Photos Copyright : Dr. Rajesh Kumar Vyas


Monday, May 30, 2011

साँझ, झील और पक्षी

जयपुर में आमेर दुर्ग की और जब जा रहे होते हैं तो रास्ते में जल महल आता है...पानी से घिरा. जल महल झील में भान्त-भान्त के पक्षी क्रीडा करते हैं...एक साँझ झील के पक्षी को कैमरे की आँख से निहारा. आप भी करें आस्वाद..




Thursday, May 19, 2011

लौटा ही कब हूँ!

पिछले सप्ताह महाराष्ट्र में था.  पुणे ठहराव के बाद शिव धाम त्र्यम्बकेश्वर और  भीमाशंकर जाना हुआ. था.  यात्रा में बहुत कुछ अनूठा भी दिखा.  छाया-चित्रों से द्र्श्यालोक का आस्वाद आप भी करें. ...अइतने दिन हो गए वंहा से आये, लगता यही  है,  वंहा से लौटा ही कब  हूँ! आप ही  बताएं...