चेरेवैती...चेरेवैती यानी चलते रहें, चलते रहें. मन को सुकून देती है

यायावरी की यादें ... कैमरे ने जो देखा लिख दिया...स्म्रति के द्र्श्यलेखों को पढ़ें

आप भी..

Photos Copyright : Dr. Rajesh Kumar Vyas


Saturday, March 26, 2011

जयपुर का जंतर-मंतर

यह  जयपुर का जंतर-मंतर है. सवाई जयसिंह ने इस वेधशाला का निर्माण 1734 में जयपुर स्थापना के समय करवाया था.  तब सूर्योदय,  सूर्यास्त और नक्षत्रों के साथ ही समय के  बारे में यहाँ के यंत्रों से ही जानकारी मिला करती थी. जयपुर के बाद उज्जैन, बनारस और मथुरा में भी वैध्शालायें बनवाई गयी.
जयपुर के जन्तर-मंतर में सवाई जयसिंह द्वारा निर्मित आविषकृत तीन यंत्र सम्राट, जयप्रकाश और रामयंत्र प्रमुख है.  आज के इस वैज्ञानिक समय में भी जंतर-मंतर की वैज्ञानिकता समय की गणना के रूप में कम नहीं है. हाल ही जयपुर के इस जंतर-मंतर को यूनेस्को ने विश्व धरोहर में शुमार किया है.








Wednesday, March 16, 2011

अल्बर्ट हाल निहार



विश्व का सुनियोजित शहर है गुलाबी नगरी जयपुर. अल्बर्ट हॉल रामनिवास बाग़ की शान है...खूबसूरती की मिशाल! आइये निहारें इसे कैमरे की आँख से ..