चेरेवैती...चेरेवैती यानी चलते रहें, चलते रहें. मन को सुकून देती है

यायावरी की यादें ... कैमरे ने जो देखा लिख दिया...स्म्रति के द्र्श्यलेखों को पढ़ें

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Photos Copyright : Dr. Rajesh Kumar Vyas


Saturday, September 24, 2011

रमणीय कानोता


जयपुर से गलता जाते हैं तो एक मोड़ कानोता बांध की और जाता है...अभी बहुत समय नहीं हुआ मित्र आशुतोष सिंह के साथ कानोता जाना हुआ.  कानोता झील का पानी और आसपास का सुरम्य वातावरण देख मन हुआ यंही बस जाए...यह भला क्या बस में है !   भले वंहा नहीं हूँ, छाया-चित्रों से आज वंहा के  पलों को फिर से जी रहा हूँ...