अभी कुछ दिन पहले ही पुणे से आये मित्र स्वरुप के साथ आमेर जाना हुआ था...आमेर को जितनी बार देखो, उतनी ही बार वह नया लगता है. जलमहल रास्ते में पड़ता है, आमेर से लौटे तो जलमहल की पाल पर भी कुछ समय बिताया ही. छाया-चित्रों से आप भी करें हमारी इस यात्रा का आस्वाद..
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